Saturday 1 August 2015

।। मोहना ।।

कहीं नाम बिना सुर बाजे ,
हार - बिना फूल साजे ,,
कहीं नाम बिना सुर बाजे ।।

बांसुरीया राधा राधा पुकारे ,
पैजनिया छुपे लाजे ।
कहीं नाम बिना सुर बाजे ।। 

कीन्हे निहारूं किसे पुकारूँ ,
लागे नहीं बाहर बिराजे,
नाम बिना सुर बाजे ।।

खिलखिल किलकारी खिले मुरलीधारी ,
वहीं बिराजे सब काजे ,,

कहीं नाम बिना सुर बाजे ।।